Sunday, May 5th, 2024

अतिथि विद्वानों ने फालेन आउट में बांटा दो माह का मानदेय

 भोपाल। 

उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी कालेजों में कार्यरत अतिथि विद्वानों को दो माह का मानदेय आवंटित कर दिया है। अतिथि विद्वानों ने लाकडाउन को देखते हुए अपने मानदेय को उन अतिथि विद्वानों में बांटना शुरू कर दिया है, जो फालेन आउट होने पर बेरोजगार बने हुए हैं।

असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति होने के बाद कई अतिथि विद्वानों दो माह पहले कालेजों से फालेन आउट कर दिया गया है। लाकडाउन होने पर उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब बनी हुई है। ऐसे में उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 467 कालेजों में कार्यरत दो हजार 517 अतिथि विद्वानों को फरवरी और मार्च को मानदेय आवंटित कर दिया है। लाकडाउन के दौरान दो माह का मानदेया मिलने से अतिथि विद्वानों के चेहरे खिल गए हैं। वर्तमान में करीब एक हजार अतिथि विद्वान हैं, जिन्हें फालेन आउट कर दिया गया है। बेरोजगार होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए उन्होंने निर्णय लिया है। फालेन आउट अतिथि विद्वानों को उनकी जरुरत के हिसाब से राशि आवंटित करेंगे, ताकि वे लाकडाउन के समय को आसानी से अपने परिवार के भरण पोषण कर निकाल सकें।

15 करोड़ दस लाख आवंटित

विभाग ने दो माह के मानदेय में सूबे के 467 कालेजों में कार्यरत दो हजार 517 अतिथि विद्वानों के लिए 15 करोड़ दस लाख रुपए का बजट आवंटित किया है। प्राचार्यों ने उनके बिल निकालकर राशि आवंटित करना शुरू कर दिया है। हरेक महीने के तीस-तीस हजार रुपए के हिसाब से मानदेय का भुगतान करेंगे। इससे लाकडाउन के दौरान सभी कार्य आसानी से निपटा सकेंगे। पिछली सरकार ने उनके प्रति पीरियड के हिसाब से भुगतान देने की व्यवस्था खत्म कर प्रतिमाह कम से कम तीस हजार रुपए देने निर्णय लिया था।

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